नगर निगम में भिड़े एबीवीपी कार्यकर्ता और अधिकारी, पुलिस ने संभाली स्थिति

बरेली। शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारी अपनी मांगों को लेकर निगम पहुंचे। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक शुरू हुई जो देखते-देखते हाथापाई में बदल गई। करीब डेढ़ घंटे तक परिसर में तनाव का माहौल बना रहा। अंततः पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया।
विवाद की वजह: ऑडिटोरियम किराया बना टकराव का कारण
दरअसल, एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम बरेली स्मार्ट सिटी के जीआईसी ऑडिटोरियम में प्रस्तावित था। कार्यक्रम के लिए किराया मांगे जाने पर विवाद शुरू हुआ। इसी मुद्दे पर एबीवीपी नेता शुक्रवार को नगर निगम पहुंचे और नगर निगम अधिकारियों से बातचीत की। बातचीत के दौरान स्ट्रीट लाइट, सड़क मरम्मत और सफाई जैसी अन्य समस्याएं भी उठाई गईं।
बातचीत से बढ़ा तनाव, मचा हंगामा
सूत्रों के मुताबिक, वार्ता के दौरान दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। इस बीच माहौल गरमा गया और दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ देर बाद नगर निगम कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ठाकुर मिशनपाल सिंह कर्मचारियों के साथ पहुंचे और बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन तनातनी और बढ़ गई।
कर्मचारियों ने भी खोला मोर्चा
मामले के तूल पकड़ने पर नगर निगम कर्मचारी भी एकजुट हो गए। यूनियन के पदाधिकारी राजकुमार समदर्शी ने बताया कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई है। वहीं, अधिकारियों ने कहा कि सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ या हंगामे की अनुमति नहीं दी जा सकती।






