छात्रवृत्ति के नाम पर खुली लूट! बरेली के निजी कॉलेज पर 5–5 हजार की अवैध वसूली का आरोप
फॉर्म फॉरवर्ड न करने की धमकी, प्रवेश-पत्र रोका, परीक्षा से वंचित करने का डर दिखाया

बरेली। जिले के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज पर छात्रवृत्ति फॉर्म फॉरवर्ड करने के नाम पर छात्रों से हजारों रुपये की अवैध वसूली का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित छात्र ने मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रबंधन छात्रवृत्ति फॉर्म सबमिट करने के बदले पहले 2000 रुपये और अब 5000 रुपये की मांग कर रहा है। रकम न देने पर फॉर्म रोकने, प्रवेश-पत्र न देने और परीक्षा से वंचित करने जैसी धमकियां दी जा रही हैं।
पीड़ित छात्र कुंवर पाल, मूल निवासी जिला पीलीभीत, वर्तमान में बरेली में रहकर राजश्री इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, रिठौरा (पीलीभीत बाईपास रोड) से B.Tech (कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई कर रहा है। छात्र का आरोप है कि वर्ष 2024 में छात्रवृत्ति फॉर्म का फाइनल प्रिंट निकलवाने के बावजूद कॉलेज ने फॉर्म तब तक फॉरवर्ड नहीं किया, जब तक 70 प्रतिशत फीस और 2000 रुपये अतिरिक्त जमा करने की शर्त नहीं रखी गई।
छात्र का कहना है कि विरोध करने पर कॉलेज प्रशासन ने साफ शब्दों में कहा कि पैसे नहीं दोगे तो फॉर्म नहीं जाएगा। यहां तक कि मौके पर पुलिस बुलाए जाने के बाद भी कॉलेज प्रबंधन ने पूरी फीस जमा होने के बाद ही फॉर्म फॉरवर्ड करने की बात कही। आरोप है कि यही रकम अन्य छात्रों से भी वसूली गई।
पीड़ित का यह भी आरोप है कि प्रथम वर्ष में 43 हजार रुपये की छात्रवृत्ति आने के बाद उससे प्रवेश-पत्र देने के नाम पर 5000 रुपये वसूले गए, तब जाकर उसे परीक्षा में बैठने दिया गया।
अब द्वितीय वर्ष में छात्रवृत्ति रिन्यूअल के दौरान कॉलेज ने 100 प्रतिशत फीस जमा कराने और 5000 रुपये ‘फॉर्म फॉरवर्ड फीस’ की नई शर्त रख दी। छात्र के अनुसार, विरोध करने पर कॉलेज डीन द्वारा अभद्र भाषा, धमकी और फर्जी शॉर्ट अटेंडेंस नोटिस भेजकर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है।
छात्र ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रबंधन खुलेआम धमका रहा है कि यदि कानूनी कार्रवाई की गई तो उसका पूरा साल बर्बाद कर दिया जाएगा।
पीड़ित छात्र ने मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप कर कॉलेज के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई और छात्रों को न्याय दिलाने की मांग की है।






