गैंगरेप के साथ जलाकर मारने की तैयारी से आए थे दरिंदे
शाहजहांपुर। नगरिया मोड़ पर अधजली मिली एसएस कॉलेज की छात्रा और परिजन के बयान के बाद यह साफ हो रहा है कि दरिंदे गैंगरेप के बाद छात्रा को जलाकर मारने की तैयारी से आए थे।

शाहजहांपुर। नगरिया मोड़ पर अधजली मिली एसएस कॉलेज की छात्रा और परिजन के बयान के बाद यह साफ हो रहा है कि दरिंदे गैंगरेप के बाद छात्रा को जलाकर मारने की तैयारी से आए थे। अपने मंसूबे में फेल होने पर उन्होंने छात्रा पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। पेट्रोल उन्होंने अलग शीशी में भर रखा था। सोमवार दोपहर को साजिश के तहत पहले छात्रा को डैम पर आने के लिए कहा गया। जहां बाइक की डिकी में शीशी में पेट्रोल लिए युवक खड़े मिले। छात्रा इनमें से अपने साथ पढ़ने वाले एक युवक को पहचानती थी। यही वजह थी कि जब वह युवक उसे रास्ते में खड़ा मिला तो छात्रा उससे बातचीत करने लगी। छात्रा ने परिजन को बताया गया कि तभी किसी ने पीछे से उसे कुछ सुंघा दिया, जिसके बाद उसे होश नहीं रहा। खेत पर जब उसे होश आया तो वह पहले समझ ही नहीं पाई कि उसके साथ हुआ क्या है। इसके बाद युवकों ने उसे धमकाया और जबरदस्ती की। छात्रा ने उनसे जमकर संघर्ष किया। ऐसे में बात बनती न देख उन्होंने उसके शरीर पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। छात्रा के शरीर से लपटें उठने लगीं तो युवक भाग गए। माना जा रहा कि आरोपी समझ रहे थे कि थोड़ी देर छटपटाकर छात्रा मर जाएगी और जली हुई लाश की शिनाख्त जल्द नहीं होगी और उनकी करतूत किसी को पता नहीं चलेगी। मगर छात्रा ने अपनी बहादुरी से उनके मंसूबों को विफल कर दिया।
पिता बोला- बेटी की सहेली ने रचा पूरा षडयंत्र
शाहजहांपुर। लखनऊ के सिविल अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही छात्रा के पिता का कहना है कि बेटी की सहेली ने ही पूरा षड्यंत्र रचा है। उसने ही साजिश रचकर बेटी को कॉलेज के बाहर भेजा। युवकों से मिलवाया, जिन्होंने उसके साथ हैवानियत की।
पिता का कहना है कि छात्रा कभी-कभी कॉलेज आती थी। उसकी सहेली से भी कोई खास दोस्ती नहीं थी। कक्षा में आने पर ही मिलना होता होता था। सहेली कभी उनके घर नहीं आई और न बेटी उसके घर गई। कुछ दिन पहले बेटी से सहेली ने फाइल मांगी थी जिसे देने से उसने मना कर दिया था। इस बात से वह खुन्नस खाए हुए थी। बेटी को अगर अंदाजा होता कि कॉलेज से निकलने के बाद उसके साथ इतना बुरा हो सकता है तो वह कभी सहेली के कहने पर बाहर न जाती। उन्होंने बताया कि बेटी पढ़ने में होशियार थी। इसीलिए वह 30-35 किलोमीटर दूर से उसे लेकर कॉलेज आते थे। लेकिन हादसे ने सबकुछ बदल दिया।
छात्रा ने अपने पिता को बताया कि आग लगने पर उसने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। जलन और आग खत्म न होने पर वह बगल के गेहूं के खेत में दौड़कर गई और वहां पर लोट-लोटकर अपनी जलन खत्म करने की कोशिश करने लगी। तेज दर्द से वह बेहोश हो गई। बाद में उसे होश आया तो वह शाम करीब छह बजे उठकर सड़क के पास आई। यहां पर एक बच्चे से उसने मदद मांगी। बच्चा अन्य ग्रामीणों को लेकर आ गया। तिलहर पुलिस मौके पर पहुंची और करीब डेढ़ घंटे तक 108 एंबुलेंस के इंतजार के बाद डायल-112 वाहन से लेकर उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां से हालत गंभीर होने पर रात 12 बजे के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया।
सहेली के साथ डैम रोड पर गई थी छात्रा
छात्रा अपनी चाची से काफी करीब है। उसने अपने साथ घटी पूरी वारदात के बारे में चाची को बताया। चाची ने बताया कि बेटी सहेली के साथ डैम रोड पर गई थी। सहेली रास्ते में गायब हो गई। इस बीच वहां पर उसे तीन युवक दो बाइक के साथ मिले थे। इनमें से एक उसका सहपाठी और सहेली की बड़ी बहन का देवर मनीष था। उससे बातचीत के दौरान उसे नशा सुंघाकर युवक बाइक में बैठाकर नगरिया मोड़ के पास राईखुर्द गांव के समीप गन्ने के खेत में ले गए। यहां पर युवकों ने उससे जबरदस्ती करने की कोशिश की तो उसने जमकर विरोध किया। इस पर युवकों ने उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। लपटें उठती देखकर वे वहां से चले गए। छात्रा ने किसी तरह आग बुझाई। काफी देर बेहोश रहने के बाद उसने होश आने पर ग्रामीणों की मदद मांगी, तब पुलिस ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।
हिन्दी भाषा की क्लास में मुलाकात
छात्रा, उसकी सहेली और सहेली की बड़ी बहन का देवर एसएस कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष में ही पढ़ते थे। तीनों के विषय कुछ अलग थे। छात्रा और सहेली के दो विषय हिन्दी भाषा और होम साइंस एक थे। सहेली का देवर हिन्दी भाषा का छात्र था। तीनों की मुलाकात कभी-कभी हिन्दी भाषा की कक्षा में होती थी। यहीं पढ़ते समय छात्रा का सहेली से संबंध बढ़ा था।
सिविल अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत स्थिर
लखनऊ। सिविल अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत बुधवार को भी स्थिर बनी रही। छात्रा का ऑक्सीजन सपोर्ट हटा दिया गया है। सिविल अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि छात्रा अभी कुछ ढंग से बोल नहीं पा रही है। बुधवार को उसकी मां के जरिये बातचीत कराने की कोशिश की गई तो वह कुछ बोलने बाद शांत हो गई। उन्होंने बताया कि छात्रा की हालत स्थिर बनी हुई है। उसके लिए पांच दिन अहम हैं। संक्रमण से बचाने के लिए बाहर से आ रहे रिश्तेदारों से मिलने से भी रोका जा रहा है। वहीं डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ लगातार उसकी सेहत पर नजर बनाए रखने संग दवाएं जारी रखे हुए हैं। ब्यूरो
नेता, कार्यकता घुसे बर्न यूनिट में
लखनऊ। शाहजहांपुर से आए सपा के कई स्थानीय नेता व कार्यकता बुधवार दोपहर पीड़ित छात्रा से मिलने बर्न यूनिट में घुस गए। यह देख वहां पर मौजूद स्टॉफ ने रोकने की कोशिश की। छात्रा की सुरक्षा में लगी महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें किसी तरह अंदर जाने से रोका। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह समझाकर उन्हें वापस भेजा। ब्यूरो
अखिलेश ने पीड़ित छात्रा को दी एक लाख की मदद
लखनऊ। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी कोष से शाहजहांपुर की पीड़ित छात्रा के तत्काल इलाज के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है। सपा अध्यक्ष यादव ने शासन से पीड़िता को जलाने का दुस्साहस करने वालों को दंडित करने की मांग की है। पीड़िता को लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में गंभीर स्थिति में भर्ती कराया है।
ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ एजेंसी लाइव भारत टीवी






