इज्जतनगर पुलिस और एसओजी की बड़ी कामयाबी: 996 ग्राम स्मैक के साथ चार तस्कर दबोचे, कीमत सवा करोड़

बरेली। इज्जतनगर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने सोमवार को मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है। टीम ने इनके कब्जे से करीब 996 ग्राम क्रूड स्मैक (मार्फिन), एक थार कार, और पांच एंड्रॉइड मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जब्त स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपये आंकी गई है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कुम्हरा कट के पास अंजाम दी गई, जहां चारों तस्कर स्मैक से लदी कार के साथ मौजूद थे। पुलिस को पहले से इनकी गतिविधियों की सूचना थी। जैसे ही पुष्टि हुई, इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह और एसओजी प्रभारी सुनील कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम ने दबिश देकर आरोपियों को मौके से दबोच लिया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
पुलिस गिरफ्त में आए तस्करों में
नसरुद्दीन निवासी लभेडा, थाना हाफिजगंज, बरेली
कलीम अहमद निवासी थाना कटरा, जनपद शाहजहांपुर
बच्चन निवासी तिलहर
तस्लीम निवासी भोजीपुरा शामिल हैं।
मणिपुर से यूपी तक फैला नेटवर्क
पूछताछ में सरगना नसरुद्दीन ने खुलासा किया कि वह पहले ट्रांसपोर्ट का कार्य करता था, तभी उसकी पहचान मणिपुर के कुछ नशा तस्करों से हुई और वह इस अवैध धंधे में कूद पड़ा। गिरोह के सदस्य मणिपुर से स्मैक खरीदकर लाते थे। कलीम खुद ड्राइवर है, वह गाड़ी लेकर मणिपुर जाता, बाकी सदस्य बस या ट्रेन से यात्रा करते। वापसी में स्मैक को ट्रकों और कैंटरों में छिपाकर यूपी लाया जाता और शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, पीलीभीत जैसे जिलों में ऊंचे दामों में खपाया जाता।
पहले से दर्ज हैं आपराधिक मामले
पुलिस जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।
नसरुद्दीन पर पशु क्रूरता और एनडीपीएस एक्ट,
बच्चन पर दहेज उत्पीड़न,
जबकि कलीम और तस्लीम पर एनडीपीएस एक्ट में मामले दर्ज है
एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज
चारों के खिलाफ इज्जतनगर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।
“यह तस्करी का बड़ा नेटवर्क था, जिसे तोड़ने में हमारी टीम को बड़ी सफलता मिली है। मादक पदार्थों के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा।”
— बिजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी, इज्जतनगर