नकटिया नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने को जिला अधिकारी की पहल, शासन को भेजा प्रस्ताव

बरेली। बरेली जिला पर्यावरण समिति, जिला पौधारोपण समिति और जिला गंगा समिति की संयुक्त बैठक में जिले में चल रही गतिविधियों की समीक्षा की गई। मंगलवार शाम कलक्ट्रेट सभागार है में हुई बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन पर जोर देते हुए 30 जून तक नालों की सफाई कराने के निर्देश दिए। कहा कि नकटिया नदी को प्रदूषण मुक्त कराने के लिए एसटीपी का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजें।
जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान जैव चिकित्सा प्रबंधन के संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी के प्रतिनिधि ने अवगत कराया कि विगत माह तक 15 हेल्थ केयर सेंटरों का निरीक्षण किया गया। डीएम ने निर्देश दिए गए कि प्रत्येक माह अस्पतालों का निरीक्षण किया जाए। किसी भी नर्सिंगहोम, अस्पताल से सिरिंज, ग्लब्स व अन्य प्रकार के चिकित्सा अपशिष्ट इधर-उधर मार्गों पर न फेंका जाए। उन्होंने नगर निगम व नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 30 जून से पहले नगर क्षेत्रों के समस्त नालों की सफाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। आवासीय कालोनियों से होकर बहने
वाले नालों को नेट, जाल लगाकर ठोस अपशिष्ट को नाले में प्रवाहित होने से रोका जाए। नकटिया नदी को प्रदूषण मुक्त कराने को एसटीपी का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजें।
डीएम ने अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड को निर्देशित किया कि नदियों के बाढ़ क्षेत्र के आसपास निर्माण को रोकने के लिए नगर निगम, एसडीएम और अधिशासी अधिकारियों को पत्र प्रेषित करें।
मुख्य विकास अधिकारी और जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों में स्थापित एमआरएम सेंटरों का ईओ और एडीओ पंचायत के माध्यम से जांच करवा लें। जिला गंगा समिति के कार्यों की समीक्षा के दौरान डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी बरेली को निर्देश दिए कि रामगंगा नदी के चौबारी घाट का निरीक्षण कर आरती स्थल की सफाई करा लें।