ज़हर बना तालाब! मरी मछलियां बनीं काल, खाकर पागल हुए कुत्तों ने कई ग्रामीणों को नोचा

बरेली (भुता)। बरेली के थाना भुता क्षेत्र के तीन गांवों — खाईखेड़ा, सहुआ और नाथूरामपुरा — के बीच मौजूद ग्राम समाज के तालाब में जहरीली दवा के छिड़काव के बाद जो हुआ, उसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। तालाब की मछलियों की सामूहिक मौत से जहां एक ओर गांव में बीमारी का खतरा मंडराया, वहीं मरी मछलियों को खाकर पागल हुए कुत्तों ने आतंक मचा दिया।
जल कुंडी खत्म करने की कोशिश, बन गई जानलेवा साजिश
स्थानीय जानकारी के मुताबिक तालाब में मछली पालन कर रहे एक व्यक्ति ने जल कुंडी (खरपतवार/जलकुंभी) को खत्म करने के लिए किसी जहरीले रसायन का छिड़काव किया। परिणाम यह हुआ कि तालाब की सभी मछलियां मर गईं। जब ये मरी मछलियां तालाब से निकालकर गांव में फेंकी गईं, तो उन्हें कुत्तों ने खा लिया — और यहीं से शुरू हुआ कहर।
जहरीली मछली खाकर कुत्ते पागल, लोगों पर जानलेवा हमला
मछलियों के ज़हर का असर कुत्तों पर इस कदर हुआ कि उन्होंने होश खो दिए और हिंसक होकर ग्रामीणों पर झपट पड़े।
घायल ग्रामीणों में — अजय यादव, बुद्धसेन, बृजेश और प्रेमपाल का नाम सामने आया है। इनमें से दो की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
जिला अध्यक्ष अजय पटेल मौके पर पहुंचे, वन विभाग को कराया सक्रिय
घटना की खबर मिलते ही हिंदू युवा वाहिनी भारत के जिला अध्यक्ष अजय पटेल हरकत में आए। उन्होंने वन विभाग को तत्काल सूचित किया और खुद टीम के साथ मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया। अजय पटेल ने प्रशासन से कड़ी जांच और कार्रवाई की मांग की है।
डर के साए में जी रहे ग्रामीण, बच्चों को बाहर निकलने से मना
पागल कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि गांवों में घरों के दरवाजे बंद रखे जा रहे हैं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा। आसपास के गांवों में भी डर का माहौल है। लोग नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग से अभियान चलाने की गुहार लगा रहे हैं।