करंट से बुझ गई UPSC छात्र की जिंदगी हाईवे डिवाइडर पर बिजली पोल बना मौत का फंदा, एक और शख्स झुलसा

बरेली। नवाबगंज में सोमवार को एक दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया। हाईवे डिवाइडर पर लगे विद्युत पोल में उतरे करंट ने UPSC की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय गौरव गंगवार की जान ले ली, जबकि कुछ देर पहले उसी पोल की चपेट में आकर नल मिस्त्री निरंजन सिंह गंभीर रूप से झुलस गया। यह घटना बिजली विभाग की भारी लापरवाही का नतीजा है, जिससे क्षेत्रीय जनता आक्रोशित है और सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।
छात्र की जिंदगी छीन ले गया करंट
गौरव गंगवार, मूल रूप से कल्याणपुर हिकमतअली गांव के निवासी थे। वे नवाबगंज की एडवोकेट कॉलोनी में रहकर UPSC की तैयारी कर रहे थे। सोमवार दोपहर करीब एक बजे वे लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र के सामने एक ढाबे पर खाना खाने जा रहे थे, तभी हाईवे डिवाइडर पर लगे बिजली पोल के पास से गुजरते वक्त करंट की चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
मां-बाप की आंखों के सामने उजड़ा संसार
गौरव की मौत की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां राधा देवी, भाई सुरेंद्र और बहनें लवी व नीरज सदमे से बेसुध हो गईं। पिता छत्रपाल गंगवार, जो घटनास्थल से सिर्फ 50 मीटर दूर दुकान पर थे, जैसे ही भीड़ देख दौड़े—बेटे का शव देख वहीं गिर पड़े।
इसी पोल ने झुलसाया था एक और शख्स को
इस घटना से कुछ मिनट पहले नगर के बिजौरिया निवासी नल मिस्त्री निरंजन सिंह भी उसी बिजली पोल से करंट लगने से झुलस गए थे। विहिप के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अखिलेश गंगवार ने तुरंत लकड़ी के सहारे उन्हें पोल से अलग किया और सीएचसी पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
लंबे समय से थी करंट की शिकायत, फिर भी अनदेखी
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे डिवाइडर पर लगे कई पोलों में करंट आने की शिकायतें कई बार की गई थीं, लेकिन बिजली विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। अगर समय रहते पोलों की जांच और मरम्मत की गई होती, तो गौरव की जान बचाई जा सकती थी।
जनता में उबाल, कार्रवाई की मांग
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में गुस्सा है। लोग बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ सड़कों पर उतरने की बात कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि आगे ऐसी जानलेवा लापरवाहियां न हों।