मीरगंज में सपा की समीक्षा बैठक, सुरेश गंगवार बोले ,कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़

बरेली। मीरगंज विधानसभा क्षेत्र (119) में समाजवादी पार्टी की एक अहम संगठनात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व विधानसभा अध्यक्ष सुरेश गंगवार ने किया। बैठक में सपा के पदाधिकारी, जोन प्रभारी, सेक्टर प्रभारी, नगर और ब्लॉक अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। बैठक का मकसद संगठन को जमीनी स्तर तक सक्रिय करना और आगामी चुनावी रणनीति पर विचार करना रहा।
बूथ स्तर पर संगठनात्मक मज़बूती ही सफलता की कुंजी
बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुरेश गंगवार ने कहा कि संगठन की असली ताकत उसके जमीनी कार्यकर्ता होते हैं।
“सिर्फ चुनाव के समय नहीं, बल्कि पूरे कार्यकाल में हमें जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को सुनना होगा।
जब तक बूथ स्तर पर संगठन मजबूत नहीं होगा, तब तक बड़ी जीत की कल्पना अधूरी है।”
गंगवार ने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं को अब पार्टी की विचारधारा और नीतियों को हर मतदाता तक पहुंचाना चाहिए, ताकि समाज के हाशिए पर खड़े वर्गों को सही प्रतिनिधित्व मिल सके।
पीडीए फॉर्मूले से मिली ताकत, अब आगे बढ़ाने की जरूरत
सपा महासचिव शिवम सक्सेना ने बैठक में पार्टी की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा:
“2024 लोकसभा चुनाव में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के बीच समाजवादी पार्टी को जबरदस्त समर्थन मिला।
पीडीए फॉर्मूले ने 37 सीटों पर विजय दिलाई। अब ज़रूरत है इसे हर बूथ और हर मोहल्ले तक पहुंचाने की।”
उन्होंने सभी जोन और सेक्टर प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्रों में नियमित बैठकें करें और कार्यकर्ताओं के बीच संवाद बनाए रखें।
सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाने का संकल्प
बैठक में सामाजिक विकास से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
नेताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल और किसानों के मसलों पर पूरी तरह विफल रही है।
इस परिप्रेक्ष्य में समाजवादी पार्टी को जनपक्षीय योजनाओं को दोबारा लोगों तक ले जाना होगा।
बैठक में खासतौर पर निम्नलिखित योजनाओं पर जोर दिया गया:
लखनऊ मेट्रो परियोजना
किसान कर्जमाफी
समाजवादी पेंशन योजना
महिला सुरक्षा कार्यक्रम
नेतृत्व और कार्यकर्ताओं की एकजुटता ही विजयी भविष्य का आधार
बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया जिनमें सरदार हरभजन सिंह, शकील अंसारी, नरेश कश्यप, नावेद खान, मकदूम अंसारी, कफील अंसारी, इकरार रहमानी, डॉ. नसुरत उल्ला, कडेराम कोली, गंगा सिंह लोधी और मनोज शर्मा प्रमुख थे।
बैठक के अंत में यह संकल्प लिया गया कि संगठन को हर स्तर पर पुनर्गठित किया जाएगा और समाजवादी आंदोलन की विचारधारा को गांव-गांव तक ले जाया जाएगा।