टीबी मुक्त भारत की ओर बरेली का सराहनीय कदम
अविनाश सिंह की अध्यक्षता में क्षय रोगियों को गोद लेने का कार्यक्रम, वितरित किया गया पौष्टिक आहार

बरेली। टीबी जैसे संक्रामक रोग के उन्मूलन के लिए बरेली प्रशासन द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की गई। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में क्षय रोगियों को गोद लेने से संबंधित विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर गोद लिए गए टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार वितरण किया गया तथा उनके उपचार, पोषण और मानसिक परामर्श से जुड़ी व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए गए।
पोषण से उपचार तक: प्रशासन की पूरी निगरानी में टीबी मरीज
डीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केवल दवा ही नहीं, बल्कि पौष्टिक आहार, भावनात्मक समर्थन और नियमित परामर्श भी टीबी रोगियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए बेहद आवश्यक हैं। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गोद लिए गए मरीजों की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए और उनके घर तक पोषण सामग्री समय पर पहुंचाई जाए।
सामाजिक सहभागिता से बन रही मिसाल
कार्यक्रम में कई स्वयंसेवी संस्थाएं, सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल हुए जिन्होंने टीबी मरीजों को गोद लेकर हर महीने पोषण किट और अन्य सहयोग उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। “यह अभियान सिर्फ स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि इंसानियत का है,” — डीएम अविनाश सिंह
टीबी को हराना है, भारत को स्वस्थ बनाना है
कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि रोगियों को आत्मबल और सम्मान देना भी है, जिससे वे बीमारी से जल्दी उबर सकें। बरेली जिले में यह अभियान जनभागीदारी के एक प्रेरक उदाहरण के रूप में उभर रहा है।





