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बरेली: देर रात पुलिस की दबिश से हड़कंप, घर में घुसकर तोड़फोड़ और धमकी देने का आरोप

धीरिया गोटिया गांव में महिलाओं और बच्चों में दहशत, पीड़ित परिवार बोला – न कोई मुकदमा, न अपराध फिर क्यों टारगेट किया गया?

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बरेली (कैंट)। थाना कैंट क्षेत्र के अंतर्गत धीरिया गोटिया गांव में शनिवार देर रात पुलिस कार्रवाई को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गांव निवासी इशरत मंसूरी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि नकटिया चौकी इंचार्ज अपनी टीम के साथ देर रात उनके घर में जबरन घुसे, दरवाजा तोड़ा और घर में तोड़फोड़ की।

परिजनों का कहना है कि जब महिलाओं और बच्चों ने विरोध किया, तो उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दी गई। अचानक हुई इस कार्रवाई से घर के सदस्य डर और तनाव में हैं।

हम पर कोई मुकदमा नहीं, फिर क्यों ऐसा बर्ताव?” परिजनों की पीड़ा

पीड़ित परिवार का कहना है कि उनका किसी आपराधिक मामले या हिस्ट्रीशीटर से कोई संबंध नहीं है।“हम सामान्य जीवन जीने वाले लोग हैं, हमारे खिलाफ कोई केस नहीं है, फिर भी पुलिस ने हमें ऐसे ट्रीट किया जैसे हम अपराधी हों,”परिजनों ने बताया।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस बिना कोई वारंट या नोटिस के घर में घुसी और जब महिलाएं डरकर रोने लगीं तो उन्हें भी अभद्र भाषा और धमकी का सामना करना पड़ा।

सोशल मीडिया पर उठाई आवाज, न्याय की मांग

घटना के बाद पीड़ित परिवार ने ट्विटर के माध्यम से बरेली पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों को टैग करते हुए शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

प्रशासनिक पक्ष: थाना प्रभारी बोले – जांच कराएंगे

इस मामले में जब थाना कैंट प्रभारी से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि,“मामला अभी मेरे संज्ञान में नहीं है, लेकिन पूरी जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी। अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया, तो उस पर कार्रवाई होगी।”

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