भलाई करना पड़ा महंगा: मछली व्यापारी को झूठे रेप केस में फंसाकर ऐंठे दो लाख
SSP के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ देवरनिया पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

बरेली। “नेकी कर, दरिया में डाल” कहावत तो सबने सुनी होगी, लेकिन रिछा के एक मछली व्यापारी ने जब पति-पत्नी के झगड़े में बीच-बचाव किया, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। उस पर झूठे रेप और धर्मांतरण के गंभीर आरोप लगाकर न सिर्फ समाज में बदनाम किया गया, बल्कि उससे दो लाख रुपये भी वसूले गए।
शराबी पति मारता था पत्नी को, मछली व्यापारी करता था समझौता
कस्बा रिछा, थाना देवरनिया निवासी जमीर अहमद मछली पालन का कार्य करता है। कुछ दूरी पर उमरसड़, थाना जहानाबाद (पीलीभीत) निवासी सोनू पुत्र अशोक अपनी पत्नी रश्मि के साथ मुर्गी फार्म पर काम करता था।
सोनू आए दिन शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था, जिसे लेकर जमीर अहमद कई बार बीच-बचाव करता रहा। इसी बात से सोनू नाराज हो गया और बदला लेने की नीयत से उसने एक सुनियोजित साजिश रच डाली।
झूठे केस में फंसाकर वसूले दो लाख, वीडियो सबूत भी मौजूद
पीड़िता (जमीर की पत्नी) के अनुसार, 30 अप्रैल 2025 को सोनू ने अपनी पत्नी से जबरन हस्ताक्षर कराकर थाने में झूठा प्रार्थना पत्र दिया। इसमें जमीर पर बलात्कार और जबरन धर्मांतरण कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए।
इसके बाद जेल भिजवाने की धमकी देकर सोनू और उसके साथियों ने जमीर से समझौते के नाम पर दो लाख रुपये वसूले। पीड़ित पक्ष ने दावा किया है कि पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है, जिसे जल्द ही पुलिस को सौंपा जाएगा।
साजिश में आठ लोग शामिल
तहरीर में सोनू, उसकी पत्नी रश्मि, गीता, सोनी, अशोक, मोनू (सभी निवासी उमरसड़, पीलीभीत), तथा छोटेलाल, कैलाश और राजकुमार (सिंधौरी, थाना देवरनिया) के नाम शामिल हैं। पुलिस को शक है कि यह कोई इकाई मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित गैंग की साजिश है, जो लोगों को फंसाकर रंगदारी वसूलता है।
SSP के आदेश पर मुकदमा दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित की पत्नी की शिकायत के बाद SSP के आदेश पर थाना देवरनिया पुलिस ने IPC की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब जांच टीम गिरोह के नेटवर्क की परतें खंगालने में जुटी है।