बिना डिग्री गांव-गांव घूमकर करता था पशुओं का इलाज! मेडिकल स्टोर से दवाओं का जखीरा बरामद

बरेली। बरेली के नवाबगंज क्षेत्र में बिना किसी डिग्री और लाइसेंस के गांव-गांव घूमकर पशुओं का इलाज करने वाले एक मेडिकल स्टोर संचालक का काला कारोबार बेनकाब हो गया। औषधि निरीक्षक और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर आरोपी के पास से भारी मात्रा में एलोपैथिक व पशु चिकित्सा दवाएं, तरल नाइट्रोजन सिलेंडर और अन्य उपकरण बरामद किए। आरोपी ने मौके पर ही अपना जुर्म कबूल किया।
गांव में चल रहा था अवैध इलाज का धंधा
थाना नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम लावाखेड़ा निवासी कौशल कुमार गंगवार पुत्र स्व. नेतराम बिना किसी डिग्री और पंजीकरण के मेडिकल स्टोर चला रहा था। ग्रामीणों ने पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. धीरज पाल गंगवार को सूचना दी कि आरोपी मनुष्यों और पशुओं की दवाइयों का इस्तेमाल कर इलाज करता है, जिसके चलते कई बार पशुओं की मौत, वंध्यपन और विकलांगता के मामले सामने आ चुके हैं।
छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे
सूचना पर औषधि निरीक्षक अनामिका अंकुर जैन और पुलिस टीम ने संयुक्त छापेमारी की। मौके पर बिना नाम और बोर्ड की दुकान में बड़ी मात्रा में दवाइयां मिलीं। आरोपी लाइसेंस या किसी भी प्रकार का वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका।
चेकिंग में एलोपैथिक औषधियां, पशुचिकित्सा दवाएं, 3 लीटर और 35 लीटर क्षमता के LN2 (तरल नाइट्रोजन) सिलेंडर तथा एक खाली सिलेंडर बरामद हुआ।
आरोपी ने किया जुर्म कबूल
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बेरोजगार है और इधर-उधर से दवाइयां खरीदकर गांव-गांव जाकर पशुओं का इलाज करता है। बरामद दवाइयों और उपकरणों का सीजर रिपोर्ट Form-16 औषधि निरीक्षक ने तैयार किया।
गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। अधिकारी अब बरामद दवाइयों के स्रोत और सप्लाई नेटवर्क की भी जांच कर रहे हैं।