तीन तलाक से तंग, अपनाया सनातन धर्म

बरेली। हलाला और तीन तलाक जैसी कुप्रथाओं से आहत होकर बरेली की एक 21 वर्षीय मुस्लिम युवती ने एक साहसिक कदम उठाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को धर्म परिवर्तन की विधिक अनुमति हेतु आवेदन पत्र सौंपा। युवती ने अपने प्रार्थना पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा है कि अब वह इस्लाम धर्म की परंपराओं और स्त्रियों के प्रति भेदभावपूर्ण रवैये से थक चुकी है और पूरी आस्था के साथ सनातन धर्म अपनाना चाहती है।
पूर्वजों ने स्वीकारा था इस्लाम, अब लौटना चाहती है मूल संस्कृति की ओर
आंवला कस्बे के मोहल्ला खेड़ा निवासी युवती ने बताया कि उसके पूर्वज मुगलकाल में इस्लाम धर्म के अनुयायी बन गए थे, लेकिन बीते कुछ वर्षों से उसका मन पूरी तरह से सनातन संस्कृति की ओर आकर्षित हो गया है। उसने देवी-देवताओं की पूजा शुरू कर दी है और अब वह विधिक रूप से भी हिंदू धर्म की अनुयायी बनना चाहती है।
इस्लाम में महिलाओं को नहीं मिलता सम्मान
युवती ने अपने पत्र में लिखा है कि इस्लाम धर्म में तीन तलाक, बहु विवाह और हलाला जैसी प्रथाओं ने महिलाओं को सिर्फ एक वस्तु बना दिया है। “मैं अब और अन्याय सहने को तैयार नहीं हूं,” उसने कहा।
प्रशासन से मांगी विधिक मान्यता
युवती ने अपने आवेदन के साथ शपथपत्र, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज संलग्न किए हैं। उसने अनुरोध किया है कि प्रशासन उसे बिना सामाजिक या कानूनी बाधा के धर्म परिवर्तन की अनुमति प्रदान करे, जिससे वह पूरी निष्ठा के साथ सनातन धर्म का पालन कर सके।
कलेक्ट्रेट परिसर में मचा हलचल, सामाजिक संगठनों ने किया समर्थन
कलेक्ट्रेट में युवती के इस साहसिक कदम को लेकर हलचल मच गई है। कई सामाजिक संगठनों और हिंदू संगठनों ने युवती के फैसले का समर्थन किया है और प्रशासन से शीघ्र अनुमति देने की मांग की है।