बांग्लादेशी महिला का बड़ा फर्जीवाड़ा: तीन पासपोर्ट बनवाए, बहनों संग रची साजिश
फर्जी पहचान पर की कई देशों की यात्राएं, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा

बरेली। प्रेमनगर थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे भारतीय पहचान बनाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसमें बांग्लादेशी मूल की महिला मुनारा बी पत्नी स्वर्गीय मोहम्मद यासीन उर्फ कल्लू, जो मौलानगर (नियर बिलाल मस्जिद) बरेली में रह रही थी, ने फर्जी दस्तावेज़ बनवाकर भारतीय नागरिकता और तीन पासपोर्ट हासिल किए। हैरानी की बात यह है कि इन पासपोर्टों के जरिए उसने बांग्लादेश, दुबई और कुवैत समेत कई देशों की यात्राएं भी कीं।
इस तरह रचा फर्जीवाड़ा
जांच में सामने आया कि मुनारा बी असल में बांग्लादेश के ग्राम शीकरी, थाना बैनापुलपोर्ट, जिला जेस्सोर (खुलना) की रहने वाली है। भारत आकर उसने 2011 में अपना पहला भारतीय पासपोर्ट (नं. 18479297) बनवाया। इसके बाद 2012 में उसने अपनी बहन के नाम से दूसरा पासपोर्ट (नं. K0954105) जारी करवा लिया। इस पासपोर्ट पर फोटो और पहचान मुनारा की ही थी, लेकिन नाम व पता उसकी बहन का था। इसी दस्तावेज़ पर उसने कई बार विदेश यात्राएं कीं।
पासपोर्ट की वैधता खत्म होने पर उसने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से तीसरा पासपोर्ट (V1961537) भी बनवा लिया।
बहनों की भी मिलीभगत
इस फर्जीवाड़े में मुनारा बी की दो सगी बहनें—सायरा बानो पत्नी ताजउद्दीन और तसलीमा पत्नी शमशाद, निवासी कस्बा व थाना हाफिजगंज, बरेली—भी शामिल पाई गईं। दोनों बहनें भी बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत में घुसीं और फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे भारतीय पहचान बना ली।
दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने मुनारा बी और उसकी बहनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 467, 468, 471, पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12(1A)(b),विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14A(b), 14B,तथा आधार अधिनियम 2016 की धारा 35 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।