मुख्यमंत्री और क्षत्रिय समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी, क्षत्रिय महासभा ने सौंपा ज्ञापन

बरेली। मुख्यमंत्री और क्षत्रिय समाज को लेकर की गई सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में गुरुवार को क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधियों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को शिकायती प्रार्थनापत्र सौंपा। महासभा ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सोची-समझी साजिश कर समाज को बदनाम करने का आरोप
प्रार्थनापत्र में कहा गया कि आदित्य उपाध्याय उर्फ चीकू पंडित ने 18 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री और क्षत्रिय समाज के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। इससे समाज की गरिमा को गहरी ठेस पहुँची है।
महासभा का कहना है कि यह कृत्य केवल भावनाएं आहत करने का नहीं, बल्कि ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज के बीच सौहार्द बिगाड़ने की सुनियोजित साजिश है। जबकि इन दोनों समाजों के बीच आदिकाल से घनिष्ठ संबंध रहे हैं।
समझाने पर दी जान से मारने की धमकी
प्रार्थनापत्र में यह भी बताया गया कि जब समाज के कुछ संभ्रांत लोगों ने आदित्य उपाध्याय को समझाने का प्रयास किया, तो उसने उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली। इसके बाद समाज में गहरा आक्रोश फैल गया है। महासभा का कहना है कि इस प्रकार की बयानबाज़ी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने और शांति भंग करने का प्रयास है, जो सीधे तौर पर कानून का उल्लंघन और दंडनीय अपराध है।
कई मामलों में आरोपित, हाईकोर्ट से ज़मानत पर चल रहा है आदित्य उपाध्याय
महासभा के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि आदित्य उपाध्याय आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। उसके खिलाफ जिले में कई चर्चित मामले दर्ज हैं और वर्तमान में वह उच्च न्यायालय से ज़मानत पर चल रहा है।
सख्त कार्रवाई की मांग, प्रतिनिधि मंडल ने जताई नाराजगी
क्षत्रिय महासभा ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि आदित्य उपाध्याय के खिलाफ आईटी एक्ट, धार्मिक और सामाजिक भावना भड़काने, तथा धमकी देने जैसी धाराओं में अपराधिक मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर जितेंद्र प्रताप सिंह, अरुण चौहान, संजय, विनोद समेत अनेक समाजसेवी उपस्थित रहे।
समाज में आक्रोश, कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी
प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो क्षत्रिय समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा। साथ ही सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की मांग भी की।