अन्नपूर्णा भवन निर्माण में लापरवाही: 15 प्रधानों-सचिवों को डीपीआरओ ने भेजा कारण बताओ नोटिस

बरेली। जिले की 15 ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन निर्माण कार्य में लापरवाही सामने आई है। डीपीआरओ कमल किशोर ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए इन पंचायतों के ग्राम प्रधानों और सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
क्या है मामला?
वित्तीय वर्ष 2024-25 में ग्राम पंचायतों को अन्नपूर्णा भवन निर्माण के लिए शासकीय धनराशि आवंटित की गई थी। इस भवन का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय के लिए सार्वजनिक रसोई, सामूहिक भोजन और महिला समूहों के लिए कार्यक्षेत्र प्रदान करना है। डीपीआरओ के अनुसार, सभी संबंधित ग्राम पंचायतों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए। इसके बावजूद कई पंचायतों में निर्माण कार्य या तो शुरू ही नहीं हुआ या अधर में लटका हुआ है।
किन पंचायतों पर हुई कार्रवाई?
जिन पंचायतों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें निम्न नाम शामिल हैं
भदपुरा ब्लॉक: जासपुर, कासमपुर, दभौरा खंजनपुर, ईशापुर, मीरगंज: पहुंचा बुजुर्ग, भुता: भगौतीपुर राजाराम, रामनगर: पिपरिया वीरपुर, अटा उर्फ फुंदापुर, दमखोदा: मोहनपुर, फरीदपुर: मेगी नगला, नवाबगंज: ओरंगाबाद, पीतांबरपुर, आलमपुर जाफराबाद: रफियाबाद, भीमपुर और भरताना
क्या बोले डीपीआरओ?
डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया:
“एक महीने से लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। हर बार 3 से 4 दिन में कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन अब तक ज़मीनी स्तर पर कुछ नहीं बदला। ये उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो आगे अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है।
समस्या का असर
बार-बार योजनाएं लटकने से: सरकारी धन का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है, ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, विकास कार्यों में जनता का विश्वास डगमगा रहा है