बरेली बवाल : आईएमसी जिलाध्यक्ष ने दंगा कराने को झोंकी थी पूरी ताकत

बरेली। जुमे की नमाज के बाद पुलिस पर पथराव और फायरिंग कराने वाले मास्टर माइंड आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने शहर को जलाने की पूरी साजिश रची थी। इसके लिए उसने अपने कराबियों समेत अपने आईएमसी पार्टी के जिलाध्यक्ष शमशाद को भी लगाया था। जिलाध्यक्ष शमशाद ने शहर में दंगा कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। साथ ही उसने खुद को बचाने के लिए अपना मोबाइल फोन तौकीर रजा के पास छोड़ कर आया था। जिससे वह पुलिस की रडार पर न आए। इससे पहले हुए कई बवाल में भी वह शामिल रहा है। हालाकि, पुलिस ने उसे अब सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पुलिस ने आईएमसी पार्टी के जिलाध्यक्ष ग्राम वाहनपुर थाना फरीदपुर निवासी शमशाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार उपद्रवी शमशाद ने पूछताछ में बताया कि मौलाना तौकीर रजा खां, नदीम खां और डॉ. नफीस ने दंगा कराने की योजना बनाई थी और जिम्मेदारी उसे सौंपी थी। उसने एक दिन पहले से ही लोगों को भड़काने का काम शुरू कर दिया था। उसने जुमे की नमाज के पहले मौलाना से मुलाकात की। वहां पर उनके साथ बैठ कर पूरी रणनीति तैयार की। इसके बाद लोगों को फोन कर तय योजना अनुसार पूरी बात को समझाया। इसके बाद फाइक एन्क्लेव में फरहत के घर पर ही अपना मोबाइल फोन छोड़ कर लापता हो गया। वहां से वह मोहल्लों में पहुंचा। जहां पर लोगों को योजना समझाते हुए पेट्रोल बम उपलब्ध कराया। साथ ही बताया कि मौलाना साहब का आदेश है कि हर हाल में इस बार दिखा देना है कि हम लोगों की क्या ताकत है।
2022 के प्रदर्शन में जुटाई थी भारी भीड़
पुलिस पूछताछ में शमशाद ने बताया कि 2022 में नुपुर शर्मा ने विवादित बयान दिया था। उस समय भी मौलाना तौकीर रजा खां ने कॉल दिया था कि इतनी भीड़ इकठ्ठा करो कि पूरे शहर को जाम कर दिया जाए। उस समय भी शमशाद ने मौलाना तौकीर रजा खां की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए अपने दम पर प्रदर्शन में शामिल आधी भीड़ जुटाई थी। उस समय भी पुलिस-प्रशासन की सूझबूझ से मामला टल गया था।
ज्ञानवापी फैसले के दौरान भी शामिल रहा शमशाद
मौलाना तौकीर रजा खां का शमशाद बेहद करीबी है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वह मौलाना की हर एक कॉल में अहम भूमिका निभाता था। चाहे वह नुपुर शर्मा के बयान के बाद भीड़ जुटाने का मामला हो या फिर ज्ञानवापी के फैसले के बाद का। ज्ञानवापी के फैसले के बाद मौलाना तौकीर रजा खां ने भारी भीड़ जुटाई थी। उस समय पुलिस अधिकारियों से मौलाना ने खूब बदसलूकी भी की थी। इसमें शमशाद ने मौलाना का खुलकर साथ दिया था। प्रदर्शन के बाद फलमंडी के पास चाकूबाजी भी हुई थी। इस मामले में क्रास रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने उस मामले में एक में पांच तो दूसरे में चार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।