डोहरा में तालाब पर अवैध कब्जा, ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी से की सख्त कार्रवाई की मांग

बरेली। डोहरा गांव की ग्राम प्रधान गोपी पटेल ने आज सदर तहसील के उपजिलाधिकरी कार्यालय में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में ग्राम प्रधान का आरोप है कि गांव के सामुदायिक तालाब व नवीन परती (गाटा संख्या 44 व 43) पर स्थानीय भूमाफिया संजय पटेल और लखपत सिंह (पुत्र: वेद प्रकाश) ने अवैध कब्जा कर लिया है और वहां से जमीन को प्लाट कर बेचने के उद्देश्य से रास्ता बनवाया जा रहा है।
शिनाख्त व आरोप
गोपी पटेल ने शिकायत में लिखा है कि दोनों आरोपितों को कई बार अवैध कब्जा न करने की चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने मजाक में लेते हुए धमकियाँ दीं। शिकायत में कहा गया है “वे ऐलान लेकर कहते हैं कि तुम केवल ग्राम प्रधान हो, हम कुछ होने नहीं देंगे; अगर तुम किसी अधिकारी से शिकायत करोगी तो तुम्हें और तुम्हारे पति को जान से मार देंगे।”
ग्राम सभा की जमीन पर खतरा
ग्राम प्रधान ने बताया कि तालाब व नवीन परती ग्राम सभा की सार्वजनिक संपत्ति है और वहां निर्माण/कब्जा ग्राम समाज के हित के खिलाफ है। यदि कब्जा बरकरार रहा तो ग्राम की जल व्यवस्था, मत्स्य पालन व सार्वजनिक उपयोगिता को भारी नुकसान होगा। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ त्वरित रिपोर्ट दर्ज कर, कब्जा हटाने और आवश्यक कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पृष्ठभूमि व प्रभाव
ग्रामों में तालाब और नवीन परती जैसी सामुदायिक जमीनों पर अवैध कब्जे अक्सर स्थानीय पारिस्थितिकी और सामान्य जनता की जरूरतों पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों को यदि समय रहते रोका न गया तो गांव की जल-भंडारण क्षमता घटेगी और प्राकृतिक संसाधनों का निजीकरण बढ़ेगा।
ग्राम प्रधान का संदेश
गोपी पटेल ने कहा “मैंने प्रधान का पद लेकर गांव की परंपरागत संपत्ति की रक्षा करने की शपथ ली है। किसी भी हालत में मैं गांव की जमीनों को किसी के कब्जे नहीं होने दूंगी। प्रशासन से न सिर्फ कार्रवाई की मांग है, बल्कि शीघ्र सुरक्षा भी चाहिए।”
पुलिस/प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार
जब तक प्रशासनिक दबाव और सुनवाई नहीं होगी, गांव में तनाव बना हुआ है। हमने मामले में संबंधित थाने व तहसील कार्यालय से प्रतिक्रिया का अनुरोध भेजा है; उनकी प्रतिक्रिया मिलते ही रिपोर्ट अपडेट की जाएगी।