तनाव ने छीन ली दो परिवारों की खुशियाँ, बरेली में दो युवकों ने खाया जहर

बरेली। घरेलू तनाव और अवसाद ने बरेली में दो परिवारों की खुशियां उजाड़ दीं। थाना बिथरी चैनपुर क्षेत्र में सोमवार को दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इनमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा जीवन और मौत के बीच जूझ रहा है।
पत्नी से विवाद के बाद युवक ने खाया जहर, मौत से उजड़ा घर
थाना बिथरी चैनपुर क्षेत्र के मोहनपुर रामनगर निवासी 25 वर्षीय प्रेमपाल ने सोमवार रात जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
जानकारी के अनुसार, करीब चार दिन पहले प्रेमपाल का पत्नी दीपाली से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। उसी झगड़े के बाद से वह मानसिक रूप से तनाव में था। सोमवार देर रात गुस्से में आकर उसने जहरीला पदार्थ खा लिया।
परिजनों ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान प्रेमपाल ने दम तोड़ दिया।
मृतक के पिता नेकपाल ने बताया कि आठ साल पहले प्रेमपाल ने केलाबाग निवासी दीपाली से प्रेम विवाह किया था। जाति अलग होने के कारण शादी के बाद से ही पारिवारिक तनाव बना रहता था। आए दिन होने वाले विवादों से परेशान होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
प्रेमपाल तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कारीगरी के साथ टेंपो चलाकर परिवार का पालन-पोषण करता था। उसकी मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पीछे उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे बेसहारा हो गए हैं।
सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मां की डांट से नाराज़ युवक ने पी लिया एसिड, हालत नाजुक
दूसरी घटना भी थाना बिथरी चैनपुर क्षेत्र के पदारथपुर गांव की है, जहां 20 वर्षीय नसीम खां ने मामूली डांट से नाराज़ होकर जहरीला पदार्थ पी लिया।
नसीम की मां सकीना ने बताया कि बेटा पिछले चार महीने से काम पर नहीं जा रहा था। सोमवार को जब उन्होंने उसे काम पर जाने को कहा और हल्की डांट लगाई, तो गुस्से में नसीम ने लैट्रिन में इस्तेमाल होने वाला तेजाब पी लिया।
परिजनों ने तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर बताया है। फिलहाल उसका इलाज जारी है।
तनाव और अवसाद के बढ़ते मामले चिंता का विषय
दोनों घटनाओं ने एक बार फिर समाज में बढ़ रहे तनावजनित आत्मघाती रुझान पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए परिवारों में संवाद बढ़ाने और युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की आवश्यकता है।