सीएम ग्रिड योजना अटकी, नगर निगम ने ठेकेदार को दिया तीन दिन का समय

बरेली। सीएम ग्रिड योजना के दूसरे चरण में लापरवाही बरतने और आश्वासन के बावजूद काम शुरू न करने पर नगर निगम ने गाजियाबाद की कार्यदायी संस्था शर्मा कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। निगम ने एजेंसी को तीन दिन में काम शुरू करने का अंतिम अल्टीमेटम जारी किया है। तय समय में काम शुरू न करने पर कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा, सभी अनुबंध निरस्त कर दिए जाएंगे और एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी भी है।
35 करोड़ की योजना, फिर भी नहीं शुरू हुआ काम
शासन ने सीएम ग्रिड योजना के तहत बरेली नगर निगम को 35 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी। एजेंसी को कोहाड़ापीर से कुदेशिया तक दोनों साइड सड़क निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम सौंपा गया था।
8 जुलाई को कार्यादेश जारी कर 15 महीने की समयसीमा तय की गई थी, लेकिन साढ़े तीन महीने बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ है। एजेंसी ने केवल जीपीएस सर्वे पूरा किया है, लेकिन तकनीकी स्टाफ की तैनाती और आवश्यक मशीनरी की उपलब्धता अब तक नहीं कराई गई।
आश्वासन के बाद भी नहीं शुरू किया काम
नगर निगम के अनुसार, 30 सितंबर को कंपनी के प्रतिनिधि पवन शर्मा ने नगर आयुक्त के सामने तत्काल काम शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई प्रगति नहीं हुई। एजेंसी के प्रतिनिधियों से संपर्क करने की कोशिश भी नाकाम रही। इसके बाद नगर आयुक्त संजय कुमार मौर्य ने मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी को नियमानुसार सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्य अभियंता बोले, नया ठेकेदार नियुक्त करेंगे
मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने बताया कि अगर एजेंसी तीन दिन में कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो शर्मा कंस्ट्रक्शन को स्थायी रूप से ब्लैकलिस्ट कर नया ठेकेदार नियुक्त किया जाएगा, ताकि परियोजना प्रभावित न हो।
नगर आयुक्त बोले, मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है प्रोजेक्ट
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने कहा कि “सीएम ग्रिड योजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाला प्रोजेक्ट है। फर्म को पहले भी नोटिस दिए जा चुके हैं, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि काम समय पर पूरा हो सके।”






