घूसखोरी पर करारी चोट, बहेड़ी मंडी का सेंटर इंचार्ज रंगे हाथों दबोचा गया

बहेड़ी। गल्ला मंडी बहेड़ी में सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एंटी करप्शन) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए धान क्रय केंद्र के सेंटर इंचार्ज मनीष दुबे को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अचानक हुई इस दबिश से पूरे मंडी परिसर में हड़कंप मच गया और मौके पर मौजूद कर्मचारी व व्यापारी स्तब्ध रह गए।
लंबे समय से मिल रही शिकायतों के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने ट्रैप लगाया था। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र पर किसानों से धान तौल में अनियमितता करने और तय मात्रा से कम धान खरीदने के एवज में प्रति क्विंटल 20-30 रुपये की अवैध वसूली की जा रही थी। कई किसानों ने इसकी लिखित शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में की थी।
सोमवार दोपहर करीब 2 बजे एक शिकायतकर्ता किसान को टीम ने नोटों पर केमिकल लगाकर भेजा। जैसे ही सेंटर इंचार्ज मनीष दुबे ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने कार्यालय में घुसकर उसे दबोच लिया। हाथों पर लगा केमिकल और जेब से बरामद रिश्वत की राशि ने आरोपी के सारे दावे खोखले साबित कर दिए।
टीम ने मौके से नकदी सहित कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को टीम अपने साथ बरेली ले गई। विभाग के अधिकारियों ने अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन मंडी परिसर में यह चर्चा जोरों पर है कि मनीष दुबे लंबे समय से इसी तरह किसानों को लूट रहा था और कई बड़े अधिकारियों को भी उसकी जानकारी थी।
किसानों ने इस कार्रवाई पर राहत की सांस ली है। एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “अब तक मजबूरी में पैसे देने पड़ते थे, वरना धान नहीं तुलता था। आज भ्रष्टाचारियों को सबक मिला है।”
भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की यह कार्रवाई धान खरीद में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार मानी जा रही है। अब देखना यह है कि इस गिरफ्तारी के बाद पूरे जिले के क्रय केंद्रों पर कितनी सख्ती बरती जाती है।






