बक्से में मासूम का शव: तंत्र–मंत्र या संगठित वारदात?

बरेली। दिल्ली–लखनऊ हाईवे पर मंगलवार सुबह नकटिया नदी पुल के पास उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सड़क किनारे पड़े एक संदिग्ध लोहे के संदूक से आठ साल के बच्चे का शव बरामद हुआ। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई और पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पहली नजर में यह स्पष्ट प्रतीत हुआ कि बच्चे की कहीं और हत्या कर शव को बक्से में बंद कर यहां फेंका गया है।
संदूक खोला तो सबके होश उड़ गए
स्थानीय लोगों ने सुबह सड़क किनारे एक बंद संदूक देखा। शक होने पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर संदूक खोला तो सभी दंग रह गए, अंदर एक मासूम बच्चे का शव रखा हुआ था। उसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, जिससे यह पता चल सके कि संदूक यहां किसने रखवाया।
तांत्रिक कनेक्शन की आशंका, एक आंख गायब
घटना ने रहस्य और बढ़ा दिया है। बच्चे के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं और उसकी एक आंख भी गायब थी। इसके चलते स्थानीय लोगों में तंत्र–मंत्र की आशंका तेज हो गई है। हालांकि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है और किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया है।
गुमशुदा बच्चों की सूची खंगाल रही पुलिस
शव की पहचान के लिए आसपास के जिलों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों को मिलाया जा रहा है। पुलिस टीमें क्षेत्र में घर–घर जाकर जानकारी एकत्र कर रही हैं।
फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि हत्या किसने और क्यों की, लेकिन मासूम का संदूक में बंद शव मिलना खुद में एक दिल दहला देने वाली वारदात है। पुलिस जांच जारी है और पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।





