सिल्ट की ट्राली ने ली मेहनतकश सुनील की जान, 28 दिन बाद फरार ट्रैक्टर चालक गिरफ्तार

बरेली। थाना बारादरी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें नगर निगम की लापरवाही और ठेकेदारी तंत्र की उदासीनता ने एक गरीब सब्जी विक्रेता की जान ले ली। 22 मई की दोपहर वह थका-मांदा सुनील बस कुछ देर की छांव में सुस्ता रहा था, लेकिन शायद किस्मत को यही मंजूर था… एक भारी ट्राली आई, और जिंदगी हमेशा के लिए थम गई।
अब इस घटना के करीब 28 दिन बाद पुलिस ने फरार चल रहे ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त ट्रैक्टर-ट्राली को भी बरामद कर लिया गया है।
थक कर लेटा था, मौत ने आ घेरा…
45 वर्षीय सुनील कुमार प्रजापति, निवासी नवादा शेखान, बारादरी, रोज़ सब्जी बेचकर परिवार का पेट पालते थे।
22 मई 2025 की शाम करीब 4 बजे वह अपने घर के पास झाड़ियों की छांव में सो रहे थे। उसी वक्त सतीपुर मोहल्ले में नगर निगम द्वारा सफाई के बाद ट्रैक्टर से लाई गई सिल्ट की ट्राली बिना देखे-सोचे उन्हीं पर पलटा दी गई। भारी मलबे के नीचे दबकर और दम घुटने से सुनील की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद हड़कंप, आरोपी मौके से फरार
घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद लोग मदद को दौड़े लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। ट्रैक्टर चालक और ठेकेदार नईम शास्त्री मौके से ट्रैक्टर लेकर भाग निकले। मृतक के पिता गिरवर सिंह की तहरीर पर थाना बारादरी में मु0अ0सं0 521/25 धारा 106 BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। बाद में धारा 105 व 61(2) BNS की वृद्धि की गई।
ठेकेदार के बाद अब चालक भी सलाखों के पीछे
25 मई को पुलिस ने ठेकेदार नईम शास्त्री उर्फ नईमउद्दीन निवासी इस्लामनगर, बदायूं को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन ट्रैक्टर चालक शिवपाल पुत्र मेवाराम, निवासी आसपुर प्रीतमराय, थाना भोजीपुरा फरार चल रहा था। कड़ी मेहनत और लगातार दबिशों के बाद 19 जून को बारादरी पुलिस टीम ने शिवपाल को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त स्वराज ट्रैक्टर 744 एफई (UP 22 N 6630) मय ट्राली बरामद की गई।
आरोपी का कबूलनामा: मेरी गलती थी… मैं डर गया था
पूछताछ में ट्रैक्टर चालक शिवपाल ने बताया “मैं एनीजेनी सर्विसेज के ठेकेदार नईम शास्त्री के कहने पर ट्रैक्टर चला रहा था। सतीपुर मोहल्ले से सिल्ट भरकर कब्रिस्तान के सामने खाली मैदान में डालनी थी। मैंने झाड़ियों में देखे बिना ही ट्राली पलट दी… तभी एक लड़का चिल्लाया – ‘दब गया! दब गया!’ हम नीचे उतरे तो देखा, किसी के पैर मलबे से बाहर थे। मुझे लगा लोग मार देंगे, इसलिए भाग गया।” शिवपाल ने यह भी बताया कि उसने ट्रैक्टर को अपने रिश्तेदार के यहां छिपा दिया था और लगातार फरारी काटता रहा।





