पुलिस प्रशासन की पहल से जोगी नवादा में नहीं होगा विवाद…कांवड़ यात्रा और जुलूस दोनों निकलेंगे

बरेली। बारादरी थाना क्षेत्र स्थित जोगी नवादा में हर बार सावन और मुहर्रम के ताजिया को लेकर होने वाले विवाद को स्थायी तौर पर निपटा लिया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में दोनों पक्ष 18वीं बैठक में एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए ताजिया और कांवड़ यात्रा आपसी सहमति से निकालने को तैयार हो गए हैं। विवाद का हल निकलने पर दोनों पक्षों के अगुआ एक दूसरे से गले मिले। जोगी नवादा विवाद का हल निकलने पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि 2023 में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे का रास्ता रोका और गैर पारंपरिक बताकर नहीं निकलने दिया। इसके बाद विवाद बढ़ा और मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों से पथराव और फायरिंग भी हुई। उस वक्त पुलिस ने चार मुकदमे लिखे थे। मगर मामला इसके बाद भी शांत नहीं हुआ। वर्ष 2024 में फिर से कांवड़ यात्रा और मुहर्रम को लेकर विवाद हुआ। जोगी नवादा में पहले मुस्लिम पक्ष के लोगों ने कांवड़ निकलने का विरोध करते हुए हंगामा किया। इसके बाद हिंदू पक्ष के लोगों ने भी उनकी अंजुमन को नहीं निकलने दिया था। मामला इतना बढ़ा कि जिले के सभी थाना पुलिस की फोर्स को पूरी-पूरी रात तैनात करना पड़ा था। स्थिति यह थी कि पुलिस प्रशासन के लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि क्षेत्र में विवाद कब और कहां से शुरू हो जाएगा।
इस विवाद को सुलझाने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें लंबे समय से लगी थीं, लेकिन दोनों पक्ष समझौता करने को तैयार नहीं थे। कड़ी मशक्कत के बाद शनिवार को पुलिस प्रशासन की टीम के साथ दोनों पक्षों के धर्मगुरु और स्थानीय लोगों की जोगी नवादा चौकी पर बैठक हुई। करीब आठ घंटे चली इस बैठक में तय हुआ कि दोनों पक्ष अपने-अपने त्योहार शांति पूर्ण तरीके से मनाएंगे और एक दूसरे के साथ प्रेम भाव से रहेंगे। हो सके तो एक-दूसरे के त्योहार में भी शामिल हो सकते हैं। काफी देर बातचीत के बाद दोनों पक्षों के साथ सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के साथ यह 18वीं बैठक थी। इसमें दोनों पक्ष एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए आपसी सहमति से सभी त्योहार मनाने पर सहमति जताई। इसके बाद चौकी पर ही लिखित में समझौता हुआ और फिर सभी ने एक दूसरे को माला पहनाई और मिठाइयां खिलाकर खुशियां मनाई।
एसएसपी की दूसरी बड़ी सफलता
बता दें कि एसएसपी अनुराग आर्य ने जिले की कमान संभाली तब से दो पुराने सांप्रदायिक मामलों को निपटाने में सफलता हासिल की है। सबसे पहले कई सालों से मौर्य गली में स्थित पीपल के पेड़ की डाल के चलते जमीन में गहरा गढ्ढा खोदकर मोहर्रम के जुलुस में शामिल ताजिया को निकाला जाता था। उन्होंने तत्कालीन बारादरी थाना प्रभारी अमित पांडे को इस मामले को निपटाने के निर्देश दिए। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों की सहमति से उक्त पीपल की डाल को कटवा दिया, इससे हमेशा के लिए यह विवाद खत्म हो गया। इसी तरह से एसएसपी के निर्देश पर सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव ने एक के बाद एक बैठक कर 18वीं बैठक में जोगी नवादा के विवाद को हल करा दिया।
नमाज के समय नहीं निकलेगी कांवड़ यात्रा
बता दें कि जोगी नवादा पार्षद बनवारी लाला के निकलने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद था। शुक्रवार को आठ घंठे की चली बैठक में दोनों पक्षों में सहमति बनी। दूसरे समुदाय के लोगों का आरोप था कि शाह नूरी मस्जिद के सामने से गैर परंपरागत तरीके से डीजे के साथ कांवड़ यात्रा निकलती है। इस पर सहमति बनी कि नमाज के बाद या पहले वहां से कांवड़ यात्रा निकलेगी। इसी तरह से हिंदू समुदाय के लोगों का आरोप था कि मोहर्रम और बारावफात का जुलुस इधर से नहीं निकलता था। बावजूद इसके अब जबरन इधर से जुलूस निकाले जाते हैं। इस पर भी दोनों पक्षों में सहमति बन गई है।
2023 में कांवड़ियों पर लाठी चार्ज करने पर हठे से एसएसपी
बता दें कि बरेली के चकमहमूद मुहल्ले से जोगी नवादा के रास्ते पर कांवड़ यात्रा निकालने को लेकर वर्ष 2023 में पहले रविवार को बवाल हुआ था। कांवड़िये साउंड सिस्टम लेकर गली में एकत्र हुए तो 300 मीटर दूर नई परंपरा बताकर मुस्लिम महिलाएं प्रस्तावित मार्ग पर धरने पर बैठ गईं थीं। चार घंटे दोनों ओर से तनातनी होती रही, जिसे अधिकारी काबू नहीं कर सके। इस बीच किसी खुराफती ने हवाई फायरिंग की तो पुलिस ने कांवड़ियों के जत्थे पर लाठीचार्ज कर दिया था। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे। शाम छह बजे प्रकरण थमा, मगर इसके चार घंटे बाद तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला कर लखनऊ पीएसी भेज दिया गया।