फतेहगंज पश्चिमी में झोलाछाप के इलाज से किशोरी की मौत

बरेली। फतेहगंज पश्चिमी कस्बे में मंगलवार रात झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से एक किशोरी की मौत हो गई। परिजनों ने क्लीनिक पर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद झोलाछाप क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया।
इलाज के बहाने लगाए तीन इंजेक्शन
नई बस्ती निवासी सोमपाल की 17 वर्षीय बेटी विनीता सोमवार को बुखार से पीड़ित थी। झोलाछाप की दवा से उसे उस समय आराम मिल गया था। मंगलवार शाम पेट दर्द की शिकायत पर उसका भाई विनीता को फिर उसी झोलाछाप के पास ले गया।
आरोप है कि झोलाछाप ने पेट दर्द रोकने के लिए तीन इंजेक्शन लगा दिए और एक कैप्सूल दिया। घर लौटने के कुछ देर बाद ही विनीता की हालत बिगड़ गई।
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने मृत घोषित किया
घबराए परिजन उसे नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टर ने विनीता को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने हंगामा करते हुए झोलाछाप पर गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, सीएचसी खिरका प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. संचित शर्मा का कहना है कि उनके पास अभी तक इस मामले की कोई जानकारी नहीं पहुंची है।
पढ़ाई में होनहार थी किशोरी
विनीता जानकी देवी इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। वह पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर पर थी। घटना के बाद उसकी मां सुदामा का रो-रोकर बुरा हाल है।