सुहागिनें ले रहीं विधवा पेंशन! एसआईटी जांच के लिए डीएम ने एसएसपी को भेजी रिपोर्ट

बरेली। सरकार की विधवा पेंशन योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एसडीएम की जांच में 56 सुहागिनों के विधवा पेंशन लेने की पुष्टि हुई है। डीएम अविनाश सिंह ने जांच रिपोर्ट एसएसपी अनुराग आर्य को सौंपते हुए इस प्रकरण की एसआईटी जांच कराने की बात कही है। अब बरेली पुलिस इस फर्जीवाड़े से जुड़ी सभी पोरतें खोलेगी।
बरेली पुलिस ने 4 नवंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस में 57 सुहागिनों के विधवा पेंशन लेने और दो अपात्रों के वृद्धावस्था पेंशन पाने का खुलासा किया था। पुलिस ने इस विधवा पेंशन फर्जीवाड़े में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
ये घटनाक्रम आंवला तहसील का है, जहां फर्जीवाड़ा करके अब तक करीब 1.23 करोड़ रुपये की धनराशि, विधवा पेंशन के रूप में निकाली गई। जिला प्रशासन ने इस प्रकरण की गहराई से जांच कराई। एसडीएम विदुषी सिंह ने इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी।
हालांकि जांच से डीएम पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हुए। कुछ तथ्यों की कमी अखरी। इस पर उन्होंने एसआईटी जांच का निर्णय लिया। एसडीएम की जांच से ये भी स्पष्ट हुआ कि उन्हें सभी विभागों का भरपूर सहयोग नहीं मिला। मसलन, बीडीओ और जिला प्रोबेशन अधिकारी विभाग से पत्राचार किए जाने के बावजूद सहयोगी की कमी दिखे। इतना जरूर है कि जिन लोगों ने सुहागिनों के जीवति पतियों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाए थे-उनका ब्योरा मिल गया है।
बरेली में विधवा पेंशन फर्जीवाड़े की शिकायत मंडलायुक्त से की गई थी। मंडलायुक्त के निर्देश पर डीएम ने जांच कराई। इसमें पुलिस भी शामिल हुई। एसपी दक्षिणी ने ही 4 नवंबर को इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। उसी क्रम में अब जांच आगे बढ़ रही है और इसकी जड़ें गहरी होने के कारण अब एसआईटी गठित होने की उम्मीद है।






